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PRESS RELEASES / 2004

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प्रेम रावत इटली के सांसदों को शांति का संदेश सुनाते हैं

रोम, इटली, जुलाई १२: इटली के संसद के वर्तमान एवं भूतपूर्व सदस्यों के अनुरोध का सम्मान करते हुए, प्रेम रावत, जिन्हें महाराज जी भी कहा जाता है, ने ७ जुलाई को पलासो मरीनी में इटेलियन चैंबर ओफ डेप्यूटीस के सभागृह में सांसदों, उनके सहायकों, कूटनीतिज्ञों और शासकीय अधिकारियों की एक वरिष्ठ सभा को संबोधित किया।

अतिथियों से उनका परिचय कराया यूरोपीय संसद के भूतपूर्व अध्यक्ष तथा इटली के पूर्व प्रधानमंत्री राष्ट्रपति कोलंबो ने। राष्ट्रपति कोलंबो ग्यारह बार वित्त मंत्री और छह बार विदेश मंत्री रह चुके हैं। वे हेलसिंकी, मैस्ट्रिक्ट एवं कैंप डेविड की संधियों के प्रमुख संधि-वार्ताकार भी रह चुके हैं।


राष्ट्रपति कोलंबो ने कहा कि सार्वजनिक अधिकारी इस दुनिया को अधिक शांतिमय बनाने के लिए बेहतर नीतियां गढ़ सकते हैं और अन्याय के कारणों को दूर करके सभी को सुख-शांतिपूर्ण जीवनयापन के समान अधिकार प्रदान कर सकते हैं। लेकिन एक काम वे नहीं कर सकते, जो है लोगों को सुख एवं शांति की अनुभूति कराना।

राष्ट्रपति कोलंबो ने प्रेम रावत के व्याख्यान को विशिष्ट एवं अपने लक्ष्य में अद्वितीय बताते हुए कहा कि उनके शब्द गहन भीतरी चिंतन का अवसर देते हैं। उनके संदेश की ओर विशेष ध्यान देना आवश्यक है क्योंकि वे लोगों को उनके भीतर स्थित मूल्यों की छानबीन करने का निमंत्रण देते हैं, उस खजाने की छानबीन करने का निमंत्रण, जिसे हमने अब तक नजरंदाज किया है।

रोम में आयोजित यह कार्यक्रम प्रेम रावत के अत्यंत सफल यूरोपीय दौरे का अंतिम चरण था। इस दौरे में प्रेम रावत ने १८,००० से भी अधिक व्यक्तियों को संबोधित किया और उन्हें प्रेरणा एवं मार्गदर्शन दिया। १४ जून और ६ जुलाई के बीच मिलानो, औग्सबर्ग, मैड्रिड, बारसिलोना, बिर्मिंघैम, डब्लिन और लंदन में उनके व्याख्यान हुए।


१४ जून को बारसिलोना में हुए प्रेम रावत के व्याख्यान को सार्वजनिक सांस्कृतिक मंच (यूनिवर्सल फोरम ओफ कल्चर्स) के समर्थन से आयोजित किया गया। यह मंच बारसिलोना में एकजुट हुआ एक विश्व-व्यापी सम्मेलन है जो शांति की संस्कृति को प्रोत्साहन देता है। इस सम्मेलन की बैठक १४१ दिनों तक चलती है और इसमें विश्व के प्रमुख नेताओं सहित ५० लाख से अधिक व्यक्ति शामिल होते हैं। मंच के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी डा. पेजेस ने प्रेम रावत का परिचय दिया तथा ‘‘विशिषट’’ कहकर उनके संदेश की प्रशंसा की।

४ जुलाई को लंदन में एक टेलिविजन स्टूडियो से बात करते हुए प्रेम रावत ने ९३ स्थानों और यूरोप, उत्तरी अमरीका और दक्षिणी अमरीका के २० देशों के  व्यक्तियों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दिए। इन व्यक्तियों को उपग्रहों की मदद से टीवी स्टूडियों से जोड़ा गया था और वे प्रेम रावत से सीधे बातचीत कर सके।

महाराज जी (प्रेम रावत) के बारे में अधिक जानकारी के लिए तथा ज्ञान शब्द के अर्थ के विश्लेषण के लिए इस जाल स्थल पर पधारें: www.tprf.org

स्रोत: प्रेम रावत प्रतिष्ठान, अमरीका: (३१०)३९२-५७००