s
प्रेस विज्ञप्तियां / २००४ - नवंबर २९ : साओ पाओलो |
महाराज जी के शांति के शब्द कार्यक्रम को ब्राजील टीवी का पुरस्कार
साओ पाओलो, नवंबर २९: ब्राजीलियन एसोसिएशन ओफ कम्यूनिटी टेलिविजन चैनेल्स ने प्रेम रावत के शांति संदेशों के अंशों पर आधारित साप्ताहिक कार्यक्रम ‘‘शांति के शब्द’’ को अपना सर्वोच्च पुरस्कार प्रदान किया है। प्रेम रावत महाराज जी के नाम से भी जाने जाते हैं।यह पुरस्कार साओ पाओलो में आयोजित एक भव्य प्रीति भोज में दिया गया जिसमें १,२०० गण्यमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। इनमें शामिल थे संचार माध्यमों के वरिष्ठ पदाधिकारी, व्यवसायों के अध्यक्ष तथा स्थानीय एवं केद्रीय सरकार के प्रतिनिधि।
ब्राजीलियन एसोसिएशन ओफ कम्यूनिटी टेलिविजन चैनेल्स के अध्यक्ष फर्नांडो माओरो ट्रेस्सा ने शांति के शब्द कार्यक्रम को उसमें निहित विशिष्ट संदेश के लिए यह पुरस्कार दिया। उन्होंने कहा, ‘‘जहां कुछ कार्यक्रम विशिष्ट होते हैं, कुछ आवश्यक होते हैं। शांति के शब्द, जो प्रेम रावत के संदेशों पर आधारित है, ऐसा ही एक आवश्यक कार्यक्रम है। इसे यह पुरस्कार इसलिए दिया जा रहा है क्योंकि इसने ब्राजील में शांति पर आधारित संस्कृति विकसित करने में महत्वपूर्ण योगदान किया है।
‘‘महाराज जी लोगों को जिस शांति की भावना से अवगत कराते हैं, वह सभी के लिए महत्वपूर्ण है। ब्राजील के हर नागरिक तक यह भावना फैलाना अत्यंत आवश्यक है। यह कार्यक्रम भीतरी शांति की महान विजय को संभव बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रेम रावत के संदेश में सभी ब्राजीलवासियों को आंतरिक शांति के विराट लक्ष्य में समेकित करने की संभावना है। मुझे विश्वास है कि ब्राजील में शांति की स्थापना अवश्य हो सकेगी।’’
इस समारोह के मुख्य अतिथि एवं फेडेरेल कांग्रेस के सदस्य डा. अर्नाल्डो जार्डिम ने कहा: ‘‘मुझे प्रेम रावत का संदेश रोचक, सरल, सीधे हृदय से निकला हुआ और सभी मनुष्यों के लिए प्रासंगिक जान पड़ता है। इस पुरस्कार का यह भी अर्थ है कि हमें आगामी कई वर्षों तक टेलिविजन पर उनके संदेश निरंतर देखने-सुनने को मिलेंगे।’’
शांति के संदेश कार्यक्रम साओ पाओलो में हर सप्ताह ३० लाख घरों तक पहुंचता है। अध्यक्ष टेरेस्सा ने कहा कि जल्द ही ब्राजील के सभी सामुदायिक चैनेलों को उपग्रह एवं यूएचएफ के माध्यम से परस्पर जोड़ा जाएगा जिससे यह कार्यक्रम और भी अधिक लोगों तक पहुंचेगा।
शांति के संदेश कार्यक्रम को ५० देशों में और ४८ भाषाओं में हर सप्ताह टेलिविजन के माध्यम से देखा जाता है।
महाराज जी विश्व भर में निरंतर यात्रा करते हुए लोगों को भीतरी शांति की राह दिखाते आ रहे हैं। बैंकोक, थाइलैंड के संयुक्त राष्ट्र सभागृह में उन्होंने कहा, ‘‘जिस शांति की आपको तलाश है, वह आपके भीतर है। वह आपके हृदय में छिपी है, और इस इंतजार में है कि आप उसे महसूस करें। मैं आपको उसे महसूस करने में मदद दे सकता हूं। जब विश्व भर के लोग अपने अंदर शांत हो जाएंगे, तो विश्व में भी शांति स्थापित हो जाएगी।’’