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प्रेस विज्ञप्तियां / २००५

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मिशिगन की राज्यपाल प्रेम रावत के शांति संदेश का सम्मान करती हैं


लैनसिंग, मिशिगन, जनवरी १२ – मिशिगन की राज्यपाल जेनिफर एम. ग्रानहोल्म ने ‘‘भीतरी शांति एवं संतृप्ति के बारे में जागृति लाने के प्रेम रावत के प्रयासों, उनके अनुकरणीय जीवन, उनकी उपलब्धियों एवं मिशिगन के नागरिकों को उनके अनेकानेक योगदानों की सराहना में’’ प्रशस्ति-पत्र जारी किया है।


प्रेम रावत विश्वभर में महाराज जी के रूप में भी जाने जाते हैं।

प्रशस्ति-पत्र में कहा गया है:
“ मिशिगन के नागरिकों की ओर से राज्यपाल जेनिफर एम. ग्रानहोल्म प्रेम रावत को सम्मानित करती हैं।

‘‘भारत में जन्मे प्रेम रावत ने तीन साल की आयु में प्रवचन देना शुरू किया और चार साल की आयु में उनका प्रथम प्रकाशित व्याख्यान हुआ;

‘‘आठ साल की आयु में पिता की मृत्यु के बाद प्रेम रावत ने पिता से सीखे ज्ञान को अधिकाधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया;

‘‘वर्ष १९७१ से प्रेम रावत ने लाखों लोगों तक भीतरी शांति एवं संतृप्ति का संदेश पहुंचाया है और इस विषय के बारे में जन-जागृति में वृद्धि लाने का काम किया है;

‘‘प्रेम रावत ने विश्व के कोने-कोने तक यात्रा करके ५० देशों के २५० से अधिक शहरों में ५५ लाख से अधिक लोगों को प्रेरित किया है;

‘‘उन्हें नेशनल जोग्राफिक, युनाइटेड स्टेट्स लाइब्रेरी ओफ कांग्रेस आदि अनेक विश्व-स्तरीय संस्थाओं ने सम्मानित किया है। अब विश्व शांति के लिए समर्पित एक प्रतिष्ठित विश्व-नेता के रूप में उनकी पहचान बन चुकी है। तथास्तु।

‘‘मैं, जेनिफर एम. ग्रानहोल्म, भीतरी शांति एवं संतृप्ति के बारे में जागृति लाने के प्रेम रावत के प्रयासों, उनके अनुकरणीय जीवन, उनकी उपलब्धियों एवं मिशिगन के नागरिकों को उनके अनेकानेक योगदानों की सराहना में उन्हें यह प्रशस्ति पत्र प्रदान करती हूं।’’


प्रेम रावत प्रतिष्ठान की अध्यक्षा लिंडा पैसकोटो ने कहा, ‘‘महाराज जी को पिछले तीन दशकों में बहुत से पुरस्कार प्राप्त हुए हैं, लेकिन राज्यपाल ग्रानहोल्म ने उनकी प्रशंसा में जो कहा है, वह अत्यंत सारगर्भित है क्योंकि अनेकानेक लोगों के जीवन में शांति एवं आशा की किरणें जगाने और संतृप्त जीवन बिताने की प्रेरणा देने के लिए वे उनकी सराहना करती हैं। इसमें प्रेम रावत की क्षमता अद्वितीय है।’’

महाराज जी और उनके शांति-संदेश को अब अधिकाधिक महत्व मिलने लगा है। पिछले १२ महीनों में १४ लाख व्यक्तियों ने उनसे प्रेरणा एवं मार्गदर्शन प्राप्त किया और ५३,६८८ व्यक्तियों ने उनसे शांति पाने की उनकी विशिष्ट तकनीक सीखी।


प्रेम रावत प्रतिष्ठान भारत में निश्शुल्क चिकित्सा शिविरें आयोजित करता है। उसने आइवरी कोस्ट को ग्रेनाडा के प्रभंजन पीड़ित व्यक्तियों के उपयोग हेतु राहत सामग्री भेजी है। इस समय यह प्रतिष्ठान दक्षिण-पूर्व एशिया में सुनामी द्वारा विस्थापितों के लिए एक पुनर्वास कार्यक्रम शुरू करने में जुटा है।

महाराज जी (प्रेम रावत) के बारे में अधिक जानकारी के लिए तथा ज्ञान शब्द के अर्थ के विश्लेषण के लिए इस जाल स्थल पर पधारें: www.tprf.org

स्रोत: प्रेम रावत प्रतिष्ठान, अमरीका: (३१०)३९२-५७००